
गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) का आठवां संस्करण (edition) 21 नवंबर, 2022 को शुरू हुआ, भारत और इंडोनेशिया के विशेष बलों ने 21 नवंबर को संयुक्त सैन्य अभ्यास गरुड़ शक्ति शुरू किया।
गरुड़ शक्ति व्यायाम (Garuda Shakti Exercise) क्या है?
- गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) भारत और इंडोनेशिया के बीच एक द्विपक्षीय संयुक्त विशेष बल अभ्यास है।
- यह संयुक्त सैन्य अभ्यास इंडोनेशिया और भारत के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
- यह 2012 से भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्स को शामिल करते हुए आयोजित किया गया है।
- इसमें आतंकवाद का मुकाबला, करीब-करीब मुकाबला और अन्य विशेष अभियान शामिल हैं।
- गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) का मुख्य उद्देश्य भारत और इंडोनेशिया की सेनाओं के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ाना है।
गरुड़ शक्ति अभ्यास के 2022 संस्करण के बारे में
- 13 दिवसीय गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) इंडोनेशिया के करावांग में सांगा बुआना प्रशिक्षण क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है।
- यह भारतीय और इंडोनेशियाई सेनाओं के विशेष बलों के बीच समझ, सहयोग और अंतःक्रियाशीलता को बढ़ावा देना चाहता है।
- गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) के दायरे में विशेष बलों के कौशल स्तर को बढ़ाना और हथियारों, उपकरणों, नवाचारों, रणनीति और तकनीकों के बारे में जानकारी साझा करना शामिल है।
- इसमें जंगल के इलाकों में विशेष बलों के संचालन, आतंकवादी शिविरों पर हमले आदि से प्राप्त अनुभवों को साझा करना भी शामिल होगा।
- वे विदेशों में आतंकवाद विरोधी अभियानों, क्षेत्रीय सुरक्षा अभियानों और शांति अभियानों के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे।
- दोनों देशों की जीवन शैली और संस्कृति को साझा करना भी इस पहल का हिस्सा है। इससे दोनों सेनाओं को एक-दूसरे के बारे में अपनी समझ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- गरुड़ शक्ति अभ्यास (Garuda Shakti Exercise) भारत और इंडोनेशिया के बीच राजनयिक संबंधों में एक और मील का पत्थर है।
भारत-इंडोनेशिया संबंध (India-Indonesia ties)
भारत और इंडोनेशिया समुद्री पड़ोसी और रणनीतिक साझेदार हैं। उनके सभ्यतागत संबंध हैं जो 2,000 वर्ष से भी अधिक पुराने हैं। इन दोनों देशों ने सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है और उनके द्विपक्षीय संबंधों में और आगे बढ़ने की क्षमता है। लुक ईस्ट पॉलिसी और एक्ट ईस्ट पॉलिसी जैसी भारत सरकार की नीतियां बढ़ते राजनयिक संबंधों में और योगदान दे रही हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को नियमित द्विवार्षिक रक्षा मंत्रियों की बातचीत, वार्षिक संयुक्त रक्षा सहयोग बैठकों और सेवा-स्तरीय स्टाफ वार्ता के माध्यम से बनाए रखा जाता है।